Blogspot - akelakalam.blogspot.com - अकेला कलम...
General Information:
Latest News:
अकेला कलम...: गार्ड 5 Jan 2011 | 10:39 pm
अकेला कलम...: गार्ड 'गार्ड ' नाम सुनते ही , आने लगता है नज़र , एक सुन्दर पोशाक पहना हुआ वह व्यक्ति , जो खड़ा होता है प्रवेश द्वारों पर , परिवार के भरण - पोषण के लिए , सज - धज कर । शायद , इस फूल पर , ...
नव वर्ष 31 Dec 2010 | 09:44 pm
नव वर्ष के शुभ अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनायें। इस अवसर पर चंद पंक्तियाँ आप सभी के लिए :- नव वर्ष आया है, नया प्रभात लाया है। इक नई उमंगों के संग, नई तरंगों के संग। इक नए वादों के संग, न.....
ऐ कॉमनवेल्थ तेरे प्यार में 7 Oct 2010 | 05:52 pm
कॉमनवेल्थ के चक्कर में आम जनता खासकर दिल्ली की जनता को जितनी परेशानी उठानी पड़ी है उसका हाल-ए-दिल बयां तो दिल्ली वासी ही कर सकते हैं, मैं भी इससे अछूता नहीं रहा। इतनी परेशानी उठाने के बाद अब भारत को न...
ईदगाह कहानी समीक्षा 28 Sep 2010 | 07:32 pm
प्रेमचंद मेरे प्रिय कहानीकारों में से हैं, आज उनकी एक प्रसिद्ध कहानी 'ईदगाह' की समीक्षा आपके साथ साझा कर रहा हूँ। 'बाल मनोविज्ञान' पर आधारित 'ईदगाह' कहानी प्रेमचंद की उत्कृष्ट रचना ह...
आरक्षण की राजनीति 15 Sep 2010 | 10:54 pm
चुनाव के समय नेताओं द्वारा किये गए लोक लुभावन झूठे वादों के चलते एक बार फिर लोग सड़क पर उतरने को मजबूर हुए हैं। सर्वविदित है की हरियाणा में जाट ओ.बी.सी. कोटे में शामिल होने के लिए हर संभव कोशिश ...
अकेला या अकेली 31 Aug 2010 | 09:20 pm
बहुत दिन से दिल में इच्छा हो रही थी की मैं भी अपने विचारों को लोगों तक पहुचाऊं। इसके लिए मैं एक अच्छे मंच की तलाश में था। मेरे एक मित्र ने मुझे ब्लॉग लेखन का सुझाव दिया और अपने ब्लॉग का पता भी दि...
पुनरागमन 26 Aug 2010 | 04:41 pm
वर्षों से दबा हुआ , एक जीवित , मृत व्यक्ति , उठ खड़ा हुआ, वह आज , कर रहा था , वर्षों से अपनी , चेतना का विकास । परिपक्व हो उठा , नहीं जरुरत उसको , किसी के मार्गदर्शन की , करके प्रण वह , जी...
आजादी स्पेशल 13 Aug 2010 | 06:36 pm
मुबारक हो हम आजादी की 63वीं वर्षगाँठ मनाने जा रहे हैं। टेलीवीजन के सभी चैनल अपनी टी. आर. पी. बढ़ाने के लिए तरह-तरह के कार्यक्रम दिखाने को बेताब हैं। 15 अगस्त के दिन कोई भी चैनल नहीं चाहता कि उसक...
कॉमनवेल्थ गेम्स : संक्षिप्त रिपोर्ट 4 Aug 2010 | 06:24 pm
कॉमनवेल्थ की बयार इतनी तेज चल रही है कि इसमें सभी अपनी - अपनी पतंगे उड़ाना चाहते हैं। आयोजकों को तिजोरियां भरने का सुनहरा मौका मिला, सरकार को मंहगाई बढ़ाने का मौका मिला और विपक्षी पार्टियों को नम...
बचपन के दिन 22 Jul 2010 | 08:55 pm
बचपन के दिनों को याद करके मैंने दो साल पहले शब्दों के माध्यम से उस सुनहरे पल को इकठ्ठा करने की कोशिश की थी, और वो कोशिश आज पहली बार आप सब के सामने प्रस्तुत है: याद आते हैं वो बचपन, बड़ा तड़पाते...