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Latest News:
मंहगाई की मार 27 May 2013 | 02:14 pm
मंहगाई में हो गया,अब जीना दुश्वार। लगातार यूँ पढ़ रही,मंहगाई की मार।। मंहगाई की मार,दाम बढ़ते रोज़ाना। अब न हवा है शुद्ध,और न आबो-दाना।। बैठे-बैठे रोज़ , सोचता तन्हाई में, आग लगे,हाँ आग,लगे इस मं...
शोर-हो-हल्ला भरे फिल्मों के गाने हो गए 22 May 2013 | 10:32 am
शोर-हो-हल्ला भरे फिल्मों के गाने हो गए। लग रहा संगीत के चेहरे पे दाने हो गए ।। एक तो सूरत बिगडती जा रही संगीत की। और ये बच्चे उसी के ही दीवाने हो गए ।। -कुँवर कुसुमेश
ज़ुल्म होने न दें ग़रीबों पर.......... 29 Mar 2013 | 06:44 am
-कुँवर कुसुमेश फ़र्ज़ बनता है ये अदीबों पर. ज़ुल्म होने न दें ग़रीबों पर. इब्ने-मरियम की तर्ज़ पर चाहे, झूल जाना पड़े सलीबों पर. ***** शब्दार्थ: अदीबों=साहित्यकारों, इब्ने-मरियम=मरियम का बेटा/...
" हमवतन " के ताज़ा-तरीन, होली स्पेशल, अंक में प्रकाशित मेरे दोहे:- 22 Mar 2013 | 08:42 pm
उठाई तुमने कि हमने दिवार क्या जाने . 11 Mar 2013 | 11:05 am
कुँवर कुसुमेश तड़पता आदमी सब्रो-क़रार क्या जाने . जो नफ़रतों में पला हो वो प्यार क्या जाने . चमन की बात ही करना है तो चमन से करो, ख़िज़ाँ , ख़िज़ाँ है महकती बहार क्या जाने . दिलों के बीच में उठती...
नया साल मुबारक 31 Dec 2012 | 09:34 pm
Untitled 3 Dec 2012 | 07:43 am
-कुँवर कुसुमेश कुछ दिन ही इस साल के,सिर्फ रह गए शेष। मँहगाई हावी रही,बदल बदल कर भेष।। बदल बदल कर भेष,जिंदगी नरक बना दी। और गैस की किल्लत,ने तो धूम मचा दी।। इसके कारण हुआ, है जीना नामुमकिन ही। झ...
दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें 12 Nov 2012 | 01:22 pm
वो मुफलिसी में था तैयार ख़ुदकुशी के लिए। कि उसका रो रहा बच्चा है फुलझड़ी के लिए। बहुत गरीब था वो ,कुछ नहीं खरीद सका, बस अपने दिल को जलाया है रौशनी के लिए। -कुँवर कुसुमेश दीपावली की हार्दिक शुभका...
उफ़...................... 3 Nov 2012 | 08:16 am
-कुँवर कुसुमेश उधर अपनी सरकार मंहगाई वाली . इधर पास आने लगी है दिवाली . मियाँ , गैस ने तो नरक कर दिया है, कई घर में देखो सिलिंडर है खाली . समझ में मेरे आज तक है न आया, कि ये किस जनम की कसर है न...
तस्वीरें 17 Oct 2012 | 07:49 pm
कुँवर कुसुमेश दिखाने को तो दिखलाती रही दीवार तस्वीरें . मगर तस्वीर लगती हैं तो बस दो-चार तस्वीरें . पकड़ जायेगा मुजरिम छुप न पायेगा बहुत दिन तक, बराबर छापता जाये अगर अखबार तस्वीरें . हमारी सभ्यता...