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Latest News:
गूगल तुझे सलाम – कर्कटेश्वर को ढूंड निकाला 20 Aug 2013 | 06:30 am
चेन्नई में चार माह बिताने के बाद अपनी माँ को साथ ले गाँव के अपने घर पहुंचा. मेरी एक भतीजी जजकी के लिए गाँव आ गई थी जिस कारण माताराम को भय था कि उसकी देख रेख में लोगों को असुविधा हो सकती है. इसलिए यहा...
तीखुर Arrowroot 13 Aug 2013 | 06:52 am
घर में तीखुर के पौधे दिखने में ये हल्दी और अदरख से मिलते जुलते हैं हमारे पुश्तैनी घर पर दिसंबर और जनवरी के बीच आरद्रा (आरुद्र) नक्षत्र के दिन तिरुवादिरै नामका एक पर्व मनाया जाता है (शैव परंपरा) और उ...
तिरुवन्नामलई 28 Jul 2013 | 05:30 am
187 किलोमीटर चलकर चेन्नई से तिरुवन्नामलई पहुँच गए. सुबह 9.30 बजे हम उस होटल के सामने थे जहाँ भाई साहब को एक बैठक में भाग लेना था. वहीँ हम सब के नाश्ते का भी इंतज़ाम था. एक कमरा भी उपलब्ध था जहाँ फ्र...
तमिल जैनों की एक विरासत–तिरुमलई 21 Jul 2013 | 05:30 am
मेरे भाई को चेन्नई से 187 किलोमीटर दूर तिरुवन्नामलई जाना था, एक बैठक में भाग लेने. उसने मेरे समक्ष साथ चले चलने का प्रस्ताव रखा. मैं भी कई महीनों से बाहर नहीं जा पाया था सो इस कठिन शर्त के बावजूद क...
मुरुद जंजीरा 13 Jul 2013 | 05:30 am
भारत का पश्चिमी हिस्सा जिसे कोंकण भी कहते हैं अपने खूबसूरत समुद्री तट (“बीचों”) के अतिरिक्त ढ़ेर सारे किलों/दुर्गों के लिए भी जाना जाता है. समुद्र के अन्दर बने जलदुर्गों में “मुरुद जंजीरा” अपना एक ...
छेद वाला दुकान 1 Jul 2013 | 05:30 am
कुछ आवासीय परिसरों में ठेले में घरेलू आवश्यकताओं की वस्तुयें विक्रय हेतु आती रहती हैं. बहुत सारी गृहणियां अपने दैनिक उपयोग हेतु सब्जी भाजी आदि खरीदती ही हैं भले दाम कुछ अधिक हो. बाज़ार जाने से तो बचे....
मांगाडु के मन्दिर 23 Jun 2013 | 05:30 am
एक दिन सुबह नहा धोकर घर के बैठक में पहुँचा तो पाया कि वहाँ तीन चार महिलाएं आई हुई थीं. सभी उच्चाधिकारियों की पत्नियां. बहू का उनके साथ किसी मन्दिर दर्शन का कार्यक्रम था. मुझे देखते ही कहने लगीं , हम...
वैकुंठ पेरुमाल मन्दिर, काँचीपुरम 18 Jun 2013 | 05:30 am
पूर्व में काँचीपुरम के बारे में बताते समय शायद हमने इस बात का भी जिक्र किया था कि यहाँ नगर दो भागों में बंटा है, एक शिव कांची दूसरा विष्णु कांची. इन दोनों समुदायों में प्रारंभ से ही होड़ चली आ रही है...
श्री फल 9 Jun 2013 | 05:30 am
बाज़ार में घूमते हुए एक जगह बहुत सारे दो फांक में फोड़े गए नारियल रखे दिखे. इसमें अश्चर्य की तो कोई बात नहीं है परन्तु वे सभी अंकुरण की स्थिति में पहुँच चुके थे और अन्दर एक स्पंज जैसा गोला बना हुआ ...
शासकीय संग्रहालय, चेन्नै 1 Jun 2013 | 05:30 am
एक दिन अपने भतीजे के साथ एगमोर स्टेशन जाना हुआ था, किसी रिश्तेदार को छोड़ने. वापसी में पेड़ों के झुरमुट में एक लाल रंग की इमारत दिखाई पडी जो फ़तेहपुर सीकरी के बुलंद दरवाजे की अनुकृति जैसे लगी. हमने...